धनबाद। राजस्व आय में एक बार फिर धनबाद रेल मंडल(DHANBAD RAILWAY DIVISION) का डंका पूरे देश में बजा है। वित्तीय वर्ष की समाप्ति में चंद दिन बचे हैं, लेकिन धनबाद डिवीजन ने इतनी लंबी लकीर खींच दी है कि अब किसी भी डिवीजन के लिए उसे पाटना असंभव है। लगातार दूसरी बार धनबाद डिवीजन लोडिंग के साथ-साथ कमाई के मामले में भारतीय रेलवे का सिरमौर बन चुका है।
नंबर दोपर बने हुए बिलासपुर डिवीजन से धनबाद डिवीजन इतना आगे हो चुका है कि 31 मार्च 2024 तक बिलासपुर धनबाद के आमने-सामने भी नहीं टिक पाएगा। बिलासपुर रेल मंडल को लोडिंग में 18 मिलियन टन से पीछे छोड़ते हुए धनबाद डिवीजन ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। धनबाद डिवीजन ने इस वित्तीय वर्ष (2023-2024) में 27 मार्च तक 187 मिलियन टन लोडिंग की। भारतीय रेलवे मेंआज तक किसी भी मंडल ने इतनी लोडिंग नहीं की है। बिलासपुर मंडल 27 मार्च तक 169 मिलियन टन लोडिंग के साथ इस बार फिर दूसरे नंबर पर रहा। खुर्दारोड डिवीजन ने 157.5 एमटी और चक्रधरपुर मंडल ने 146.8 एमटी लोडिंग की। पिछले साल धनबाद डिवीजन ने 171 एमटी लोडिंग की थी। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष धनबाद मंडल ने 10.5 प्रतिशत अधिक लदान कर सभी पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। हालांकि जोन वार आंकड़ों में ईसीआर लोडिंग में नंबर चार पर है। ईसीआर के चार मंडलों ने मिल कर अबतक सिर्फ आठ एमटी लोडिंग की है।
Dhanbad Railway Division again became the country's number one division