झारखंड के संथाल इलाके से आने वाले और “कोल्हान टाईगर” के नाम से मशहूर चंपई सोरेन(Champai Soren) ने आज भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होकर अपने राजनीतिक जीवन के नए अध्याय की शुरुआत की। चंपई सोरेन, जिन्होंने झारखंड आंदोलन के दौरान दिशोम गुरु शिबू सोरेन के साथ मिलकर आदिवासियों के हक-हकूक के लिए जोरदार आवाज़ उठाई थी, अब बीजेपी(BJP) की ओर से अपनी राजनीतिक यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।
आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी, माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा जी के नेतृत्व में आस्था जताते हुए भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुआ। pic.twitter.com/sMKRQfaZsV
— Champai Soren (@ChampaiSoren) August 30, 2024
चंपई सोरेन का योगदान:
- चंपई सोरेन (Champai Soren)का नाम झारखंड(JHARKHAND) के आदिवासी नेताओं में बहुत सम्मान के साथ लिया जाता है। उन्होंने संथाल परगना क्षेत्र में आदिवासियों के अधिकारों और उनकी समस्याओं को प्रमुखता से उठाया है।
- झारखंड आंदोलन के दौरान चंपई सोरेन(Champai Soren) ने शिबू सोरेन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर राज्य की स्थापना के लिए संघर्ष किया था। उनके इस संघर्ष को झारखंड के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय माना जाता है।
बीजेपी में शामिल होने के कारण:
- चंपई सोरेन (Champai Soren)ने बीजेपी (BJP)में शामिल होने के पीछे अपने उद्देश्यों के बारे में कहा कि वह झारखंड के विकास और आदिवासियों के कल्याण के लिए काम करना चाहते हैं।
- उन्होंने यह भी बताया कि बीजेपी की नीतियों और विकास के एजेंडे से प्रभावित होकर उन्होंने पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया।
राजनीतिक विश्लेषण:
- चंपई सोरेन (CHAMPAI SOREN)का बीजेपी(BJP) में शामिल होना झारखंड की राजनीति में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
- इससे राज्य की राजनीतिक समीकरणों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, खासकर आदिवासी वोटबैंक पर।
चंपई सोरेन(Champai Soren)के बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को आदिवासी समुदाय में अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है। झारखंड की राजनीति में उनका यह नया कदम किस तरह से प्रभाव डालेगा, यह देखने वाली बात होगी।
Jharkhand's powerful leader Champai Soren joins BJP, new political chapter begins