रांची: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने झारखंड में कथित बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ की जांच शुरू कर दी है। इसके तहत ED ने रांची जिले के बरियातू थाने में छह जून को दर्ज पुलिस शिकायत के आधार पर ईसीआईआर दर्ज किया है।
जून में एक रिसॉर्ट में संदिग्ध बांग्लादेशी मूल की तीन लड़कियों को हिरासत में लिए जाने के बाद रांची पुलिस ने मामला दर्ज किया था। जांच में पता चला कि एक संगठित गिरोह भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बाड़ काटकर पश्चिम बंगाल के रास्ते भारतीय क्षेत्र में उनके अवैध प्रवेश की सुविधा प्रदान करने में शामिल था। उनके फर्जी आधार कार्ड भी बनवाए गए थे। EDअपराध और साजिश के व्यापक दायरे की जांच करेगा।
Enforcement Directorate के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, यह मामला बांग्लादेशी नागरिकों की भारत में अवैध घुसपैठ से जुड़ा है, जिसमें एजेंटों की मदद से उन्हें भारतीय नागरिकता स्थापित करने के लिए फर्जी दस्तावेज मुहैया कराए जाते हैं। कई लोग घुसपैठ से जुड़ी अवैध गतिविधियों में शामिल हैं, जिसमें फर्जी पहचान प्रमाण बनाना भी शामिल है, जो पीएमएलए, 2002 की धारा 2 (1) (यू) के तहत परिभाषा के अनुसार अपराध की आय से जुड़ा हुआ है। इसलिए बांग्लादेश से भारत में ऐसे लोगों की अवैध घुसपैठ और इन गतिविधियों को सुविधाजनक बनाने वाले एजेंटों की जांच शुरू करना आवश्यक है, जिनका उद्देश्य ‘अपराध की आय’ हासिल करना और अन्य आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देना है। इसलिए मामले में ईडी धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 के तहत गहन और व्यापक जांच करेगी।
Enforcement Directorate starts investigation into Bangladeshi-Rohingya infiltration in Jharkhand