वाराणसी, उत्तर प्रदेश: देश के महान उद्योगपति और परोपकारी रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए वाराणसी के दशाश्वमेध घाट पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। हजारों श्रद्धालुओं और विदेशी पर्यटकों ने इस आयोजन में हिस्सा लिया। सभी ने गंगा आरती के दौरान 51 दीप जलाकर और दो मिनट का मौन रखकर रतन टाटा के योगदान और उनकी अमर विरासत को नमन किया।
Varanasi, Uttar Pradesh: A tribute to #RatanTata was held during the Ganga Aarti at Dashashwamedh Ghat.
Thousands, including foreign tourists, participated by lighting 51 lamps and observing two minutes of silence to honour his contributions and legacy. pic.twitter.com/L0fQaJ6S9z
— All India Radio News (@airnewsalerts) October 10, 2024
इस अवसर पर घाट पर उपस्थित लोगों ने रतन टाटा के सामाजिक और आर्थिक योगदानों को याद करते हुए उनकी विनम्रता और परोपकारिता की सराहना की। रतन टाटा ने अपने जीवनकाल में उद्योग जगत से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज सेवा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया था। उनका निधन पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
गंगा आरती के दौरान गंगा किनारे का वातावरण श्रद्धा और शांति से परिपूर्ण था, जहां लोग रतन टाटा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहे थे।
यह आयोजन उनकी अनमोल विरासत को संजोने और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा के रूप में याद रखने का प्रतीक बन गया है।
Varanasi: Tribute to Ratan Tata during Ganga Aarti, last farewell given by lighting 51 lamps