पटना: बिहार के प्रतिष्ठित पूर्व आईपीएस अधिकारी और समाजसेवी आचार्य किशोर कुणाल का रविवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। उन्हें तत्काल महावीर वात्सल्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
आचार्य किशोर कुणाल का नाम बिहार और देशभर में उनकी धार्मिक, सामाजिक और शैक्षिक योगदान के लिए जाना जाता है। उनका निधन समाज के लिए एक बड़ी क्षति है।
आचार्य किशोर कुणाल का जीवन और योगदान
1. आईपीएस अधिकारी के रूप में प्रभावशाली करियर
आचार्य किशोर कुणाल भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में अपने कार्यकाल के दौरान अपने ईमानदार और सशक्त नेतृत्व के लिए प्रसिद्ध रहे। उन्होंने कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई।
2. बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष
बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने कई धार्मिक स्थलों के संरक्षण और विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
3. महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव
आचार्य किशोर कुणाल ने महावीर मंदिर ट्रस्ट, पटना के सचिव के रूप में गरीबों और जरूरतमंदों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने मंदिर के विकास और उसकी आय का उपयोग समाज सेवा में करने का उदाहरण प्रस्तुत किया।
4. ज्ञान निकेतन स्कूल के संस्थापक
पटना स्थित ज्ञान निकेतन स्कूल की स्थापना आचार्य किशोर कुणाल का शिक्षा के क्षेत्र में एक अमूल्य योगदान है। यह स्कूल आज गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का केंद्र है और हजारों विद्यार्थियों के जीवन को बेहतर बनाने में सहायक है।
समाज के लिए प्रेरणा
आचार्य किशोर कुणाल का जीवन सादगी, ईमानदारी और समाज सेवा का आदर्श था। उन्होंने अपने कार्यों से यह दिखाया कि कैसे धर्म, शिक्षा और प्रशासन को समाज के उत्थान के लिए उपयोग किया जा सकता है।
उनके निधन पर शोक
आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर कई प्रमुख हस्तियों और संगठनों ने शोक व्यक्त किया। यह समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।