![Lives of half a dozen people of Dhanbad saved in Mahakumbh accident…](https://newsboat.in/wp-content/uploads/2025/01/MAHAKUMBH1-768x470.jpg)
धनबाद: प्रयागराज में लगे महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन बुधवार को धनबाद के आधा दर्जन लोगों ने भगदड़ में किसी तरह से अपनी जान बचायी और बिना स्नान किये ही संगम से दूर चले गये. घटना से सभी लोग घबरा गये और अब प्रयागराज से सकुशल वापस अपने घर धनबाद लौटने की तैयारी कर रहे हैं. घटना के बाद उन्होंने अपनी पूरी पीड़ा बतायी.
बैरिकेडिंग के कारण मची भगदड़ :
धनबाद के रहने वाले संजय कुमार मंडल ने बताया कि वह अपनी पत्नी प्रियंका मंडल, रिश्तेदार दिलीप मंडल और अजीत मंडल व दोनों की पत्नियों के साथ मौनी अमावस्या के मौके पर संगम महाकुंभ में स्नान करने गये हुए थे. सभी लोग बुधवार की सुबह स्नान करने पहुंचे और उस दौरान स्नान के लिए ठीक-ठाक स्थिति थी, लेकिन उसके बाद बैरिकेडिंग कर दी गयी और देखते ही देखते भीड़ इकट्ठा हो गयी और उसके बाद वहां भगदड़ मच गयी. इसमें उनके और उनकी पत्नी के ऊपर कई लोग गिर पड़े. उनकी आंखों के सामने कुछ लोगों की मौत हो गयी. वह अपनी पत्नी व अन्य परिजनों के साथ किसी तरह से उठे और चप्पल व अपना पूरा सामान वहीं छोड़ कर भाग खड़े हुए. संजय ने भावुक होते हुए कहा कि भगवान ने आज मुझे और मेरी पत्नी के अलावा सभी रिश्तेदारों की जान बचा ली. मैं संगम में बिना डुबकी लगाये ही भीड़ से किसी तरह बाहर निकला. उसके बाद अपने साथ गये लोगों की तलाश की और सभी लोगों को सुरक्षित पाकर राहत की सांस ली.
भगवान ने मेरे इकलौते पुत्र को बचा लिया : शोभा
घटना के बाद संजय ने अपनी मां शोभा देवी और बहन दीपाली मंडल को फोन पर पूरी घटना की जानकारी दी. प्रभात खबर की टीम जब उनके घर पहुंचे तो मां शोभा देवी ने बताया कि भगवान से आज मेरे इकलौते पुत्र को बचा लिया. जबकि दीपाली ने बताया कि सोमवार को भाई अपने अन्य रिश्तेदार के साथ ट्रेन से प्रयागराज गये थे. मंगलवार को दोपहर वहां पहुंच गये और उसके बाद उन लोगों ने सोचा की मौनी अमावस्या को संगम में स्नान करेंगे, लेकिन उसके साथ घटना हो गयी और किसी तरह से जान बची है. अब भाई अपने सभी सगे संबंधियों के साथ प्रयागराज के एक होटल में ठहरे हुए हैं और गुरुवार को वहां से वापस धनबाद के लिए रवाना होंगे…
Lives of half a dozen people of Dhanbad saved in Mahakumbh accident…