![Acharya Satendra Das, chief priest of Ram temple, passes away](https://newsboat.in/wp-content/uploads/2025/02/priest-780x470.jpg)
अयोध्या: राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास का लखनऊ स्थित पीजीआई (पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट) में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और उनका इलाज चल रहा था। आचार्य सतेंद्र दास ने राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी और वह दशकों से अयोध्या में रामलला की पूजा-अर्चना कर रहे थे।
आचार्य दास ने राम मंदिर निर्माण के लिए चले लंबे संघर्ष में सक्रिय भागीदारी निभाई थी। वह रामलला के प्रति गहरी आस्था रखते थे और उनके नेतृत्व में हजारों भक्तों ने राम मंदिर आंदोलन को मजबूती दी। उनके निधन से अयोध्या और पूरे देश के रामभक्तों में शोक की लहर है।
कौन हैं सत्येंद्र दास? जिन्होंने 28 साल तक टेंट में की थी रामलला की पूजा, 100 रुपये थी तनख्वाह
आचार्य सत्येंद्र दास का बुधवार की सुबह लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में निधन हो गया. 87 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली. आचार्य सत्येंद्र दास ने राम मंदिर में बतौर मुख्य पुजारी करीब 34 साल तक सेवा की.सत्येंद्र दास राम मंदिर ट्रस्ट के भी प्रमुख सदस्य थे. सत्येंद्र दास बाबरी विध्वंस से लेकर रामलला के भव्य मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के साक्षी रहे हैं. वह पिछले 34 साल से राम जन्मभूमि परिसर में रामलला की सेवा कर रहे थे. उन्होंने टेंट में रहे रामलला की 28 साल तक पूजा-अर्चना की थी. इसके बाद करीब चार साल तक अस्थायी मंदिर में रामलला की सेवा मुख्य पुजारी के तौर पर की थी. इसके बाद जब राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई तब भी वो रामलला की सेवा मुख्य पुजारी के तौर पर कर रहे थे.
Acharya Satendra Das, chief priest of Ram temple, passes away