
नई दिल्ली: केंद्रीय कैबिनेट ने केदारनाथ धाम को रोपवे से जोड़ने वाले महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट पर 4,081 करोड़ रुपये की लागत आएगी और यह तीर्थयात्रियों के लिए यात्रा को आसान, सुरक्षित और तेज़ बनाएगा। इस रोपवे के बनने के बाद केदारनाथ की यात्रा का समय वर्तमान के 8-9 घंटे से घटकर सिर्फ 36 मिनट रह जाएगा।
प्रोजेक्ट का महत्व
केदारनाथ धाम हिंदू धर्म के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। हालांकि, पहाड़ी इलाके और चुनौतीपूर्ण मौसम के कारण यात्रा काफी कठिन होती है। इस रोपवे प्रोजेक्ट से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि बुजुर्ग और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए भी यात्रा सुगम हो जाएगी।
पर्यटन और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा
इस प्रोजेक्ट से उत्तराखंड के पर्यटन को भी बड़ा बढ़ावा मिलेगा। केदारनाथ धाम के अलावा, यह रोपवे आसपास के पर्यटन स्थलों को भी जोड़ेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को फायदा होगा। साथ ही, इससे रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
सुरक्षा और पर्यावरण
प्रोजेक्ट को लेकर सुरक्षा और पर्यावरणीय चिंताओं को ध्यान में रखते हुए इसे अत्याधुनिक तकनीक के साथ डिज़ाइन किया गया है। रोपवे के निर्माण में पर्यावरण को नुकसान न पहुँचे, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
क्या कहते हैं लोग?
इस खबर से तीर्थयात्रियों और पर्यटकों में खुशी की लहर है। कई लोगों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट केदारनाथ की यात्रा को और भी आसान और सुविधाजनक बना देगा। साथ ही, यह उत्तराखंड के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगा।
अगला कदम
अब इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए काम शुरू होगा। सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले कुछ वर्षों में यह रोपवे यात्रियों के लिए तैयार हो जाए।
केदारनाथ रोपवे प्रोजेक्ट न केवल धार्मिक यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि उत्तराखंड के विकास में भी एक मील का पत्थर साबित होगा।
Approval of Kedarnath Ropeway Project: Travel time will be reduced from 8-9 hours to just 36 minutes