
भारतीय विज्ञापन जगत के महानायक और ‘Father of Indian Advertising’ कहलाने वाले पियूष पांडे का शुक्रवार, 24 अक्टूबर 2025 को 70 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
पियूष पांडे ने भारतीय विज्ञापन को एक नई पहचान दी — जहाँ विज्ञापन सिर्फ़ उत्पाद नहीं, बल्कि भावनाएं और भारतीय संस्कृति बेचते थे।
उनके बनाए मशहूर अभियानों में –
“हर घर कुछ कहता है” (Asian Paints)
“You and I, in this Beautiful World” (Airtel)
“अबकी बार, मोदी सरकार” (BJP)
“Tata Tea – जागो रे”
“Cadbury Dairy Milk – कुछ खास है जिंदगी में”
शामिल हैं, जिन्होंने करोड़ों भारतीयों के दिलों को छू लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पियूष पांडे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि —
“उन्होंने भारतीय संचार और रचनात्मकता को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया। उनके काम ने लोगों के दिलों और समाज पर अमिट छाप छोड़ी है।”
पियूष पांडे का जाना विज्ञापन, कला और रचनात्मकता की दुनिया के लिए एक अपूर्णीय क्षति है।
उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी।



