दुमका, झारखंड | 24 नवंबर 2025
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार, 24 नवंबर 2025 को दुमका के सिदो-कान्हू एयरपोर्ट पर “झारखंड फ्लाइंग इंस्टीट्यूट” का विधिवत उद्घाटन कर राज्य के इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ दिया है। यह संस्थान अब झारखंड के युवाओं को पायलट बनने के सपनों को साकार करने के लिए उड़ान भरने का सीधा मौका देगा।
सीएम सोरेन ने इस मौके पर कहा कि झारखंड अपने गठन के 25 साल पूरे होने पर विकास के एक नए दौर में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने इस इंस्टीट्यूट को बाबा दिशोम गुरु शिबू सोरेन के सपनों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जिसकी आधारशिला 2008 में रखी गई थी।

सरकारी खर्च पर प्रशिक्षण लेंगे आरक्षित वर्ग के 15 युवा
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि यह इंस्टीट्यूट पहले चरण में 30 युवाओं को कमर्शियल पायलट प्रशिक्षण देगा।
- सरकारी स्कॉलरशिप: 30 में से 15 सीटें आरक्षित वर्ग के युवाओं के लिए होंगी। इन युवाओं के प्रशिक्षण का शत-प्रतिशत खर्च राज्य सरकार वहन करेगी, जिससे उन्हें पूरी तरह निःशुल्क ट्रेनिंग मिलेगी।
- चयन प्रक्रिया: इन 30 युवाओं का चयन प्रतियोगिता परीक्षा (Competitve Exam) के माध्यम से होगा।
- प्रशिक्षण के चरण:
- पहला चरण (दुमका): कमर्शियल पायलट लाइसेंस (CPL) विद मल्टी-इंजन रेटिंग का प्रशिक्षण।
- दूसरा चरण: एयरबस-320 पर टाइप रेटिंग ट्रेनिंग, जो देश के प्रमुख सिमुलेटर ट्रेनिंग सेंटरों से दिलाई जाएगी।
युवाओं को मिली नई उड़ान
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य उसी वर्ग के बेटे-बेटियों को पायलट और विमान इंजीनियर बनने का मौका देना है, जिनके परिवारों को कोरोना काल में हवाई जहाज से घर लाया गया था। उन्होंने कहा, “अब झारखंड का युवा हवाई जहाज पर चढ़ेगा भी और उसे उड़ाने का भी काम करेगा।”
उद्घाटन के बाद सीएम सोरेन ने प्रशिक्षण सुविधाओं, सिम्युलेटर ट्रेनिंग और फ्लाइट संचालन का विस्तृत निरीक्षण किया।
300 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का उद्घाटन
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों की 190.647 करोड़ रुपये लागत की 12 योजनाओं का उद्घाटन किया और 123.48 करोड़ रुपये की 14 नई योजनाओं की आधारशिला रखी। इसके अलावा, 23 लाभुकों को परिसंपत्तियों का वितरण भी किया गया।
इस अवसर पर सांसद नलिन सोरेन, विधायक बसंत सोरेन, विधायक प्रदीप यादव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।



