अहमदाबाद में होगा 100 साल पूरे करने वाला ऐतिहासिक संस्करण; 2036 ओलंपिक दावेदारी को भी मिली मजबूती
नई दिल्ली: भारत को 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games – CWG) की मेजबानी मिल गई है। यह घोषणा न केवल भारत के खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह देश के तेजी से उभरते हुए वैश्विक प्रभाव की भी एक बड़ी मुहर है। ग्लास्गो में हुई राष्ट्रमंडल खेल आमसभा (CGF General Assembly) ने अहमदाबाद को आधिकारिक मेजबान घोषित किया है।
यह मौका इसलिए भी खास है क्योंकि 2030 में राष्ट्रमंडल खेल अपनी स्थापना के 100 साल पूरे करेंगे, और इस ऐतिहासिक शताब्दी संस्करण का आयोजन अब भारत की धरती पर होगा।
भारत की दावेदारी हुई मजबूत
मेजबानी की दौड़ में नाइजीरिया का अबुजा भी प्रमुख दावेदार था, लेकिन राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के 74 सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से भारत के पक्ष में अपना मत दिया। बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा, केंद्रीय अधिकारियों और गुजरात के खेल मंत्री ने किया।
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स के अध्यक्ष डॉ. डोनाल्ड रुकारे ने भारत की क्षमता पर विश्वास जताते हुए कहा, “भारत अपनी युवा शक्ति, पैमाना, समृद्ध संस्कृति और महत्वाकांक्षा के साथ राष्ट्रमंडल खेलों में एक नया स्वर्ण युग लाएगा।”
IOA अध्यक्ष पीटी उषा ने इसे भारत के लिए सम्मान बताते हुए कहा, “यह विश्वास हमारे लिए सम्मान की बात है। 2030 के खेल नई सदी की नींव रखेंगे।”
PM मोदी और खेल मंत्री ने जताई खुशी
इस गौरवपूर्ण अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, “बहुत खुशी है कि भारत ने शताब्दी कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेज़बानी की बोली जीत ली है। भारत के लोगों और खेल जगत को बधाई। यह हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता और खेल भावना है जिसने भारत को ग्लोबल स्पोर्टिंग मैप पर मज़बूती से जगह दिलाई है।”
‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की सोच का जिक्र करते हुए PM मोदी ने कहा, “हम इन ऐतिहासिक खेलों को बड़े जोश के साथ मनाने के लिए उत्सुक हैं। हम दुनिया का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।”

केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने इसे ‘गौरवपूर्ण क्षण’ बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि, “भारत 2047 तक दुनिया के शीर्ष 5 खेल राष्ट्रों में होगा।”
20 साल बाद मिली जिम्मेदारी
यहां याद दिला दें कि भारत ने पिछली बार 2010 में दिल्ली में राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी की थी। अब 20 साल बाद देश को यह जिम्मेदारी फिर से मिली है, और इस बार दांव कहीं बड़ा है क्योंकि यह शताब्दी समारोह होगा।
2030 संस्करण में 15 से 17 खेल शामिल होने की उम्मीद है, जिनमें एथलेटिक्स (और पैरा), स्विमिंग (और पैरा), टेबल टेनिस (और पैरा), लान बाउल्स (और पैरा), भारोत्तोलन, जिम्नास्टिक्स, नेटबॉल और बॉक्सिंग जैसे प्रमुख खेल शामिल रहेंगे।



