क्राइम

SNMMCH,DHANBAD से चोरी नवजात 24 घंटे में बरामद, चार आरोपी गिरफ्तार


SSP ने मां को सौंपा कलेजे का टुकड़ा

धनबाद: शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल (SNMMCH) में शनिवार की मध्य रात्रि हुई नवजात की चोरी की घटना का धनबाद पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सटीक छानबीन के बदौलत न सिर्फ नवजात को सकुशल बरामद किया गया, बल्कि इस गिरोह में शामिल चार आरोपियों को भी सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।

पुलिस की तत्परता से मिली बड़ी कामयाबी

शनिवार की आधी रात जब पूरा अस्पताल सो रहा था, तभी बच्चा चोर गिरोह ने सरिता देवी के नवजात शिशु को गायब कर दिया था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) के निर्देश पर तुरंत विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अपने सूचना तंत्र का जाल बिछाते हुए 24 घंटे के भीतर बच्चे को ढूंढ निकाला। सोमवार की सुबह जब पुलिस ने बच्चे को उसकी मां की गोद में वापस रखा, तो अस्पताल परिसर में खुशी की लहर दौड़ गई।

SSP,DHANBAD ने खुद मिलकर जाना बच्चे का हाल

सोमवार 29/12/2025 की सुबह धनबाद के वरीय पुलिस अधीक्षक स्वयं SNMMCH पहुंचे। उन्होंने अस्पताल के गाइनी वार्ड जाकर बरामद नवजात शिशु के स्वास्थ्य की जानकारी ली। एसएसपी ने बच्चे की मां सरिता देवी और उनके परिजनों से काफी देर तक बातचीत की।

मुलाकात के दौरान बच्चे की मां अपने आंसू नहीं रोक सकीं। उन्होंने भावुक होते हुए कहा, “बच्चे के चोरी होने के बाद हमारा पूरा परिवार टूट चुका था। हमें उम्मीद नहीं थी कि बच्चा इतनी जल्दी और सुरक्षित वापस मिल जाएगा। धनबाद पुलिस हमारे लिए देवदूत बनकर आई है।” परिजनों ने एसएसपी और उनकी टीम के प्रति हाथ जोड़कर आभार प्रकट किया।

सुरक्षा व्यवस्था की होगी ‘सर्जिकल’ समीक्षा

इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इसे लेकर एसएसपी काफी सख्त नजर आए। उन्होंने मौके पर ही अस्पताल अधीक्षक और वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ बैठक की। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि अस्पताल में मरीजों और उनके नवजात बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

SSP,DHANBAD ने घोषणा की:

  • जल्द ही पूरे SNMMCH परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की गहन समीक्षा की जाएगी।
  • सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और उनकी मॉनिटरिंग के लिए अलग से कंट्रोल रूम पर चर्चा हुई।
  • अस्पताल के प्रवेश और निकास द्वारों पर आने-जाने वालों की कड़ी स्क्रीनिंग सुनिश्चित की जाएगी।
  • अस्पताल के गार्डों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी चूक न हो।

गिरोह के पीछे के नेटवर्क की जांच जारी

पुलिस ने इस मामले में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि यह एक संगठित गिरोह हो सकता है जो नवजात बच्चों की खरीद-फरोख्त में शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों से सघन पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने पहले भी ऐसी किसी घटना को अंजाम दिया है या नहीं।

इस सफल अभियान ने जनता के बीच धनबाद पुलिस की छवि को और मजबूत किया है। अस्पताल प्रशासन ने भी भरोसा दिलाया है कि वे पुलिस के साथ मिलकर सुरक्षा के नए प्रोटोकॉल को जल्द से जल्द लागू करेंगे।


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