धर्म

देवघर: बाबा बैद्यनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू, 17 फरवरी से पंचशूल उतारने की प्रक्रिया शुरू होगी

देवघर: देवघर स्थित प्रसिद्ध बाबा बैद्यनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की तैयारियां जोरों पर हैं। इस वर्ष महाशिवरात्रि 26 फरवरी को मनाई जाएगी। इससे पहले, मंदिर परिसर में स्थित सभी मंदिरों के शिखर पर लगे पंचशूलों को उतारने की परंपरा निभाई जाएगी। इस प्रक्रिया की शुरुआत 17 फरवरी से होगी और यह महाशिवरात्रि तक चलेगी।

पंचशूल उतारने की प्रक्रिया
मंदिर के पुरोहित श्रीनाथ पंडित ने पंचशूल उतारने की तिथियां जारी कर दी हैं। 17 फरवरी को श्री गणेश मंदिर से पंचशूल उतारने का कार्यक्रम शुरू होगा। इसके बाद, अन्य मंदिरों से भी पंचशूल उतारे जाएंगे। बाबा बैद्यनाथ और माता पार्वती मंदिर से पंचशूल उतारने का शुभ मुहूर्त 24 फरवरी को तय किया गया है।

पंचशूल उतारने के बाद, इनकी सफाई और विशेष पूजा की जाएगी। 25 फरवरी को इन्हें पुनः मंदिरों के शिखर पर स्थापित किया जाएगा। इस दौरान, तांत्रिक विधि से विशेष पूजा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा और आचार्य गुलाब पंडित की अगुवाई होगी।

महाशिवरात्रि पर चतुष्प्रहर पूजा
26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर चतुष्प्रहर पूजा का आयोजन किया जाएगा। इस दिन बाबा भोलेनाथ की शृंगार पूजा नहीं की जाएगी। इसके बजाय, रात भर चार प्रहर की पूजा होगी, जिसमें भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।

गठबंधन की परंपरा
24 फरवरी को बाबा बैद्यनाथ और माता पार्वती मंदिर के शिखर से पंचशूल उतारने से पहले, दोनों मंदिरों के बीच बंधे गठबंधन को खोला जाएगा। इसके बाद, दोनों पंचशूलों को एक साथ उतारा जाएगा और उनका मिलन कराया जाएगा। यह क्षण श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है, और हर साल इस दृश्य को देखने के लिए हजारों भक्त जुटते हैं।

25 फरवरी को पंचशूलों की स्थापना के बाद, बाबा और माता पार्वती मंदिर के बीच गठबंधन की परंपरा फिर से निभाई जाएगी। इसकी शुरुआत सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा करेंगे, जिसके बाद आम भक्त भी गठबंधन चढ़ा सकेंगे।

श्रद्धालुओं के लिए तैयारियां
महाशिवरात्रि के अवसर पर देशभर से लाखों श्रद्धालु देवघर पहुंचते हैं। इसलिए, मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं के लिए यातायात, आवास और अन्य सुविधाओं का विशेष प्रबंध किया गया है।

महाशिवरात्रि का यह पावन पर्व भक्तों के लिए आस्था और भक्ति का महत्वपूर्ण अवसर होता है, और बाबा बैद्यनाथ मंदिर में इसकी तैयारियां पूरे जोश के साथ जारी हैं।

Deoghar: The process of Panchshul worship will start from February 17 in Baba Baidyanath temple.

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