हाल ही में, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने टेलीकॉम ऑपरेटर्स द्वारा कॉलिंग नेम प्रस्तुति (CNAP) की शुरुआत की सिफारिश की है। इस सुविधा से उपयोगकर्ताओं को कॉलर का नाम देखने का अवसर मिलेगा और स्पैम कॉलों का सामना करने में मदद मिल सकती है। हालांकि, पहले ही कई तीसरे पक्ष की सेवाएं जैसे कि trucaller आदि मौजूद हैं, जो कॉलर का नाम प्रदर्शित करती हैं, लेकिन यह जानकारी अधिकांशत: सामूहिक रूप से जुटाई जाती है, और इसलिए यह सटीक नहीं हो सकती।
देशभर में हर भारतीय को एक दिन में औसतन तीन स्पैम कॉल प्राप्त होती हैं, जिसकी एक एजेंसी की रिपोर्ट ने प्रकट की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 64 प्रतिशत भारतीय नागरिकों को दिन में तीन या उससे अधिक स्पैम कॉल प्राप्त होती हैं। इन कॉलों में अधिकतर फोन कॉल बैंक अकाउंट, लोन, बीमा, और रियल एस्टेट सम्मिलित होती हैं।
(TRAI) के अनुसार, नेटवर्क प्रदाताओं को सीएएफ (CAF) में दी गई टेलीफोन सब्सक्राइबर्स द्वारा प्रदान की गई नाम पहचान का उपयोग CNAP के लिए करना चाहिए, और सभी सेवा प्रदाताओं को अपने सब्सक्राइबर्स को उनकी अनुरोध पर इस सुविधा को प्रदान करनी चाहिए। इसका मतलब है कि जिस नाम का आपने एक SIM कार्ड खरीदते समय उपयोग किया है, वही नाम वह व्यक्ति दिखाई देगा जिसे आप कॉल कर रहे हैं।
Truecaller's Indian alternative CNAP (Calling Name Presentation)