भारतीय वायुसेना को जुलाई में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा तैयार किया गया पहला लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस एमके-1ए मिल जाएगा। यह उपलब्धि भारतीय वायुसेना के लिए गर्व की बात है। तेजस एमके-1A, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने तैयार किया है, एक लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है जो दुश्मन को टक्कर देने में काबिल है।
तेजस-MK1A में क्या है खास :
डिजिटल फ्लाई बाय वायर फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (DFCC): इसका मतलब है कि फाइटर जेट से मैन्युअल फ्लाइट कंट्रोल्स हटाकर इलेक्ट्रॉनिक इंटरफेस लगाया गया है, जो विमान को ज्यादा सुरक्षित बनाता है।
-एडवांस्ड इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (AESA) रडार : यह रडार विमान को उच्च प्रदर्शन क्षमता देता है।जी कारण इसकी कार्य क्षमता बढ़ती है। स्मार्ट मल्टी-फंक्शन डिस्प्ले (SMFD): इससे पायलट को विमान की जानकारी और डेटा एक ही स्क्रीन पर दिखाई देता है।जिससे पायलट को काफी सुविधा होती है।
एडवांस्ड सेल्फ-प्रोटेक्शन जैमर : यह विमान को हमलों से बचाता है।
तेजस एमके-1ए की तैनाती से देश की सीमाएं सुरक्षित रहेगी। इसके साथ राजस्थान के जोधपुर में तीसरा स्क्वॉड्रन बनाया जाएगा, जिससे पाकिस्तान किसी भी तरह की हिमाकत नहीं कर सकेगा।
भारत के नए फाइटर जेट तेजस MK-1A के आने से वायुसेना के पुराने मिग सीरीज के विमानों को हटा दिया जाए।