उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़(Vice-President of India Shri Jagdeep Dhankar) ने 19 मई को हुए दुखद हेलीकॉप्टर दुर्घटना में राष्ट्रपति डॉ. सैय्यद इब्राहिम रायसी(President Dr. Seyyed Ebrahim Raisi), विदेश मंत्री डॉ. होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन और अन्य ईरानी अधिकारियों के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए 22 मई को ईरान का दौरा किया। यह दौरा दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों और आपसी सम्मान को दर्शाता है।
इस दुखद दुर्घटना ने ईरान को गहरे शोक में डाल दिया है। राष्ट्रपति डॉ. सैय्यद इब्राहिम रायसी और अन्य उच्च पदस्थ अधिकारियों की इस अप्रत्याशित मौत ने न केवल ईरान को बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को भी झकझोर दिया है। ऐसे समय में भारत ने अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ को विशेष समारोह में भाग लेने के लिए भेजा।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस अवसर पर कहा, “यह हमारे लिए अत्यंत दुखद समय है। भारत और ईरान के बीच लंबे समय से ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। इस दुर्घटना में हमारे मित्र और सहयोगी राष्ट्रपति रायसी और अन्य अधिकारियों के निधन से हमें गहरा आघात पहुंचा है। हम ईरान की जनता के साथ इस दुख की घड़ी में खड़े हैं।”
समारोह में उपराष्ट्रपति ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं। उन्होंने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत ईरान के साथ मिलकर इस कठिन समय का सामना करने के लिए तैयार है और दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस दौरे का उद्देश्य न केवल शोक व्यक्त करना था, बल्कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और सुदृढ़ करना भी था। भारत और ईरान ने पिछले कुछ वर्षों में व्यापार, सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंधों में उल्लेखनीय प्रगति की है, और यह दौरा उन संबंधों को और मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
इस दुखद घटना के बावजूद, दोनों देशों ने अपने सहयोग और एकजुटता को प्रदर्शित किया है। उपराष्ट्रपति धनखड़ का यह दौरा इस बात का प्रमाण है कि भारत और ईरान के बीच के संबंध गहरे और स्थायी हैं, और दोनों देश हर परिस्थिति में एक-दूसरे के साथ खड़े रहने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
दुर्घटना की जाँच अभी जारी है, और दुनिया भर के नेता ईरान के प्रति अपनी संवेदनाएँ और समर्थन प्रकट कर रहे हैं। इस दुखद घटना ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एकजुट किया है और यह दिखाया है कि संकट के समय में सहयोग और समर्थन कितना महत्वपूर्ण है।