अग्निबाण रॉकेट(Mission 01 of Agnibaan SOrTeD ) की सफल प्रक्षेपण, जो दुनिया के पहले सिंगल-पीस 3डी प्रिंटेड सेमी-क्रायोजेनिक इंजन द्वारा संचालित है, भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और हमारी युवा शक्ति की Agnikul Cosmos अद्वितीय प्रतिभा का प्रमाण है।
Humbled to announce the successful completion of our first flight – Mission 01 of Agnibaan SOrTeD – from our own and India’s first & only private Launchpad within SDSC-SHAR at Sriharikota. All the mission objectives of this controlled vertical ascent flight were met and… pic.twitter.com/9icDOWjdVC
— AgniKul Cosmos (@AgnikulCosmos) May 30, 2024
इस ऐतिहासिक प्रक्षेपण ने भारत को वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक नई ऊँचाई पर पहुँचा दिया है। अग्निबाण रॉकेट, जो पूरी तरह से स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है, ने न केवल तकनीकी उत्कृष्टता की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है, बल्कि हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की रचनात्मकता और नवाचार को भी प्रदर्शित किया है।
इस परियोजना का मुख्य आकर्षण इसका सेमी-क्रायोजेनिक इंजन है, जिसे एक ही टुकड़े में 3डी प्रिंट किया गया है। यह दुनिया का पहला ऐसा इंजन है, जो इतनी उन्नत और जटिल तकनीक का उपयोग करके निर्मित किया गया है। इस तकनीक ने न केवल निर्माण प्रक्रिया को सरल बनाया है, बल्कि इसे अधिक किफायती और कुशल भी बनाया है।
अग्निबाण रॉकेट का सफल प्रक्षेपण हमारे युवाओं की असीमित क्षमता और उनके अथक परिश्रम का परिणाम है। यह उपलब्धि न केवल हमारे अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत और समर्पण को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि भारत भविष्य की चुनौतियों का सामना करने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने स्थान को मजबूत करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर पूरे देश को गर्व है, और यह हमारे युवाओं को आगे बढ़ने और नए क्षितिज छूने के लिए प्रेरित करेगी। यह सफलता न केवल विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमारी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भारत नवाचार और उत्कृष्टता के मार्ग पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है।