संयुक्त राष्ट्र ने भारतीय सेना में मेजर राधिका सेन(MAJOR RADHIKA SEN) को ‘यूएन मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित किया है। मेजर सेन को यह प्रतिष्ठित पुरस्कार काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वी हिस्से में लैंगिक समानता, महिला शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, और यौन हिंसा समेत अनेक महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रदान किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र ने भारतीय सेना में मेजर राधिका सेन को ‘यूएन मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड’ से सम्मानित किया, उन्हें यह पुरस्कार काँगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वी हिस्से में लैंगिक समानता, महिला शिक्षा,रोज़गार, स्वास्थ्य, यौन हिंसा समेत अनेक अहम क्षेत्रों में जागरूकता… pic.twitter.com/CgFFEE3X15
— डीडी न्यूज़ (@DDNewsHindi) May 31, 2024
मेजर राधिका सेन ने संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन के तहत काँगो में अपनी सेवा के दौरान महिलाओं और बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने स्थानीय समुदायों में महिलाओं की शिक्षा और रोजगार के अवसर बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए अथक प्रयास किए। इसके अतिरिक्त, मेजर सेन ने यौन हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाने और पीड़ितों को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मेजर सेन की इस उपलब्धि पर भारतीय सेना और देश को गर्व है। यह पुरस्कार न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की पहचान है, बल्कि यह भी दिखाता है कि भारतीय सेना के जवान और अधिकारी वैश्विक स्तर पर मानवता की सेवा में उत्कृष्ट योगदान दे रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र के इस सम्मान ने मेजर राधिका सेन के कार्यों को वैश्विक स्तर पर सराहा और उनके प्रयासों को प्रेरणा का स्रोत बनाया है। मेजर सेन ने अपने समर्पण और सेवा भावना से यह साबित कर दिया है कि भारतीय सेना के जवान और अधिकारी किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं और अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए मानवता की सेवा में सर्वोत्तम प्रदर्शन कर सकते हैं।