नई दिल्ली, 21 जून 2024: आज पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर लाखों लोगों ने विभिन्न स्थानों पर योग सत्रों में भाग लिया, जिससे योग की प्राचीन भारतीय परंपरा और इसके लाभों को एक बार फिर से उजागर किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया नेतृत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर श्रीनगर में योग सत्र का नेतृत्व किया , जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों के साथ योग सत्र में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “योग केवल व्यायाम नहीं है, बल्कि यह शारीरिक, मानसिक और आत्मिक कल्याण का एक अद्वितीय मार्ग है। योग हमें अपने भीतर की ऊर्जा को जागृत करने और शांति प्राप्त करने में मदद करता है।”
विश्वभर में उत्साह
भारत के अलावा, अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, जापान और अन्य कई देशों में भी योग दिवस मनाया गया। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर सैकड़ों लोगों ने एक साथ योगाभ्यास किया, वहीं लंदन के ट्राफलगर स्क्वायर पर भी बड़ी संख्या में लोग योग करते नजर आए।
योग के लाभ
योग के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से विभिन्न संस्थानों और संगठनों ने कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए। चिकित्सकों और योग विशेषज्ञों ने बताया कि योग न केवल शारीरिक फिटनेस को बढ़ावा देता है, बल्कि तनाव, अवसाद और अन्य मानसिक समस्याओं से निपटने में भी सहायक होता है।
बच्चों और युवाओं में बढ़ी रुचि
इस वर्ष विशेष रूप से बच्चों और युवाओं में योग के प्रति बढ़ती रुचि देखने को मिली। स्कूलों और कॉलेजों में विशेष योग सत्र आयोजित किए गए, जिसमें छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। योग शिक्षकों ने सरल और प्रभावी योगासन सिखाए, जो बच्चों की शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होते हैं।
सामाजिक मीडिया पर योग का जलवा
सामाजिक मीडिया पर भी योग दिवस का जोरदार स्वागत हुआ। विभिन्न हस्तियों और आम जनता ने अपने योगाभ्यास की तस्वीरें और वीडियो साझा किए। हैशटैग #InternationalYogaDay और #YogaForPeace दिनभर ट्रेंड करते रहे।
निष्कर्ष
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ने एक बार फिर से योग की महत्वपूर्णता और इसके लाभों को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि मानसिक शांति और संतुलन के लिए भी आवश्यक है। इस दिवस ने यह संदेश दिया कि योग का अभ्यास हमें व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से एक स्वस्थ और शांतिपूर्ण समाज की ओर ले जा सकता है।
भारत की है यही पुकार,
योग से स्वस्थ हो सारा संसार।