
मां कामाख्या देवी के मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
गुवाहाटी, 21 जून 2024: असम का प्रसिद्ध अम्बुबाची मेला(Ambubachi Mela 2024) आज से शुरू हो गया है। यह मेला गुवाहाटी(Guwahati)स्थित कामाख्या देवी मंदिर में आयोजित होता है और यह एक विशेष धार्मिक उत्सव है जो मां कामाख्या की रजस्वला की अवधि को मनाने के लिए मनाया जाता है।
अम्बुबाची मेला न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह असम की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का प्रतीक भी है। यह मेला आस्था, श्रद्धा और सामूहिकता का पर्व है, जो लोगों को एकजुट करता है और उन्हें मां कामाख्या के आशीर्वाद का भागी बनाता है। इस मेले के माध्यम से असम की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं का भी अद्भुत प्रदर्शन होता है, जो इसे एक अनूठा और महत्वपूर्ण उत्सव बनाता है।
জয় মা কামাখ্যা 🙏🙏🙏
असम के अंबुबाची मेला के कुछ अतुल्य दृश्य । pic.twitter.com/dHnLiPDBVe
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 24, 2024
आस्था का पर्व
अम्बुबाची मेला असम के सबसे बड़े धार्मिक उत्सवों में से एक है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और साधु-संत भाग लेते हैं। यह मेला साल के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक घटनाओं में से एक माना जाता है और यह चार दिनों तक चलता है। मेले की शुरुआत के पहले दिन से ही मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और चौथे दिन विशेष पूजा के साथ कपाट खोले जाते हैं।
मान्यताएँ और परंपराएँ
इस मेले से जुड़ी मान्यताएँ और परंपराएँ अत्यंत प्राचीन हैं। ऐसा माना जाता है कि इस समय मां कामाख्या देवी को मासिक धर्म होता है, और इस अवधि में मंदिर के गर्भगृह में किसी को भी प्रवेश नहीं करने दिया जाता। श्रद्धालु इस दौरान उपवास और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। चौथे दिन, मंदिर के कपाट खुलने के बाद, भक्तगण मां कामाख्या का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लंबी कतारों में खड़े रहते हैं।
प्रशासनिक तैयारियाँ
अम्बुबाची मेला के दौरान गुवाहाटी शहर में विशेष सुरक्षा और व्यवस्था के इंतजाम किए जाते हैं। स्थानीय प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष बस सेवाएं, पानी और चिकित्सा सुविधाओं का प्रबंध किया है। पुलिस और स्वयंसेवी संगठनों के कर्मी श्रद्धालुओं की मदद के लिए तैनात रहते हैं।
पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
अम्बुबाची मेला न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह असम की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को भी प्रदर्शित करता है। विदेशी पर्यटक भी इस मेले को देखने और असम की सांस्कृतिक धरोहर का अनुभव करने के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। मेले के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोकनृत्य और संगीत का आयोजन भी किया जाता है, जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
आर्थिक दृष्टिकोण
इस मेले का असम की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। स्थानीय व्यवसायी, होटल और अन्य सेवा क्षेत्र इससे लाभान्वित होते हैं। अम्बुबाची मेले के दौरान गुवाहाटी शहर में विशेष चहल-पहल देखने को मिलती है और इस दौरान व्यापार में भी वृद्धि होती है।
 
				 
					
 
						


