ढाका: बांग्लादेश में रविवार को हुए व्यापक हिंसक झड़पों में कम से कम 55 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 13 पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। ये झड़पें पूरे देश में प्रदर्शनकारियों, कानून-व्यवस्था बनाए रखने वाली एजेंसियों के सदस्य और सत्ताधारी पार्टी से जुड़े संगठनों के बीच हुईं। ये हिंसा उस समय भड़की जब देश में चल रहे असहयोग आंदोलन के दौरान कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच तनाव बढ़ गया।
हिंसा की शुरुआत राजधानी ढाका से हुई और देखते ही देखते पूरे देश में फैल गई। प्रदर्शनकारी सरकार की नीतियों और कार्यों के खिलाफ असहयोग आंदोलन कर रहे हैं, जिसे लेकर देशभर में असंतोष बढ़ रहा है। आंदोलन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच कई स्थानों पर तीखी झड़पें हुईं, जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए।
सरकार ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पूरे देश में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया है। सुरक्षा बलों को विशेष अधिकार दिए गए हैं और जगह-जगह सख्त पहरेदारी की जा रही है। बांग्लादेश के प्रधानमंत्री ने इस स्थिति पर चिंता जताते हुए जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।
सत्ताधारी पार्टी के समर्थक संगठनों और विपक्षी दलों के बीच भी कई स्थानों पर संघर्ष की खबरें आई हैं। बताया जा रहा है कि ये झड़पें इसलिए हुईं क्योंकि प्रदर्शनकारियों ने सत्ताधारी दल के नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया।
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सरकार और आंदोलनकारियों के बीच जल्द ही कोई समझौता नहीं होता है, तो देश में हालात और बिगड़ सकते हैं।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बांग्लादेश में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगा दी गई है।
देशभर में लोग डर और असमंजस की स्थिति में हैं। अब तक की सबसे गंभीर राजनीतिक अशांति के बीच, बांग्लादेश के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इस बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है
वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए, भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा करने से सख्त रूप से मना किया जाता है।
जो भारतीय नागरिक इस समय बांग्लादेश में मौजूद हैं, उन्हें अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फोन नंबरों पर संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है:
+8801958383679
+8801958383680
+8801937400591
55 people died in violent clashes in Bangladesh, indefinite curfew imposed