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पाटलिपुत्र अस्पताल ,धनबाद में कैथलैब की सुविधा शुरू, हृदय रोगियों को मिलेगा बेहतर इलाज

धनबाद, झारखंड: जोड़ाफाटक रोड स्थित पाटलिपुत्र अस्पताल में हृदय रोगियों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। अस्पताल में अत्याधुनिक कैथलैब की सुविधा शुरू की गई है, जिससे हृदय रोगियों का उन्नत तकनीक के साथ इलाज संभव हो सकेगा। इसकी जानकारी अस्पताल के निदेशक डॉ. निर्मल ड्रोलिया ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता में दी।

डॉ. ड्रोलिया ने बताया कि अस्पताल लगातार मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रयासरत है। नई कैथलैब की स्थापना इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस सुविधा के माध्यम से हृदय रोगियों को एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी और पेसमेकर जैसी उन्नत चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। साथ ही, ब्रेन एंजियोग्राफी और मस्तिष्क से जुड़ी अन्य जटिल बीमारियों का भी इलाज संभव हो सकेगा।

कैथलैब का उद्घाटन 16 फरवरी को धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो और विधायक राज सिन्हा द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि फिलिप्स कंपनी की एडवांस तकनीक से लैस यह कैथलैब हृदय रोगियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी। अब मरीजों को इलाज के लिए बाहर जाने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे उनके समय और धन दोनों की बचत होगी।

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल ने बताया कि हृदय रोग के लक्षण जैसे छाती में दर्द, भारीपन, पसीना आना आदि को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नई कैथलैब सुविधा से हृदय रोगियों को समय पर और प्रभावी इलाज मिल सकेगा, जिससे उनकी जान को खतरा कम होगा।

पाटलिपुत्र अस्पताल की यह पहल धनबाद और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल हृदय रोगियों को बेहतर इलाज मिलेगा, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा

कैथलैब (Cath Lab) क्या होता है ?

कैथलैब, या कैथीटेराइजेशन लैबोरेटरी, एक विशेष चिकित्सा सुविधा है जो हृदय और रक्त वाहिकाओं से जुड़ी बीमारियों के निदान और उपचार के लिए उपयोग की जाती है। यह अत्याधुनिक तकनीक से लैस होती है और इसमें एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर इम्प्लांटेशन जैसी प्रक्रियाएं की जाती हैं।

कैथलैब में एक्स-रे और अन्य इमेजिंग तकनीकों का उपयोग करके हृदय की धमनियों में रुकावट या संकुचन का पता लगाया जाता है। इसके बाद, एंजियोप्लास्टी के माध्यम से ब्लॉकेज को दूर किया जाता है और स्टेंट लगाकर धमनियों को खोला जाता है। यह सुविधा हृदय रोगियों के लिए त्वरित और प्रभावी इलाज उपलब्ध कराती है, जिससे उनकी जान को खतरा कम होता है।

कैथलैब की स्थापना से मरीजों को इलाज के लिए बड़े शहरों या दूसरे अस्पतालों में जाने की आवश्यकता नहीं रहती, जिससे समय और धन दोनों की बचत होती है। यह आधुनिक चिकित्सा विज्ञान की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो हृदय रोगियों के जीवन को सुरक्षित और बेहतर बनाने में मदद करती है।

Cathlab facility started in Patliputra Hospital, Dhanbad

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