
रामेश्वरम (तमिलनाडु): भारत ने एक और ऐतिहासिक इंजीनियरिंग उपलब्धि हासिल कर ली। देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज पूरी तरह तैयार हो गया, जिसने 105 साल पुराने पंबन ब्रिज की जगह ले ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अत्याधुनिक पुल का औपचारिक उद्घाटन किया।
India's first vertical lift sea bridge is now ready. It will replace the 105-year-old Pamban Bridge. Equipped with modern technology, this new Pamban Bridge can lift above the sea. Prime Minister Narendra Modi will inaugurate this historic bridge. It's not just a bridge — it's a… pic.twitter.com/ZwTxMjUkYK
— DD News (@DDNewslive) April 6, 2025
आधुनिक तकनीक से लैस है नया पंबन ब्रिज
इस नए पुल में वर्टिकल लिफ्ट तकनीक का इस्तेमाल किया गया, जिससे यह समुद्र के ऊपर ऊपर उठ सकता था। इससे जहाजों को आसानी से गुजरने में मदद मिली। पुराने पंबन ब्रिज में मैन्युअल लिफ्ट सिस्टम था, जबकि नए ब्रिज में ऑटोमेटेड मैकेनिज्म लगाया गया, जिसने इसे और भी विश्वसनीय बना दिया।
इतिहास रचने वाला प्रोजेक्ट
– लंबाई: 2.07 किलोमीटर
– निर्माण लागत: लगभग 535 करोड़ रुपये
– विशेषता: देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेल-रोड ब्रिज
यह ब्रिज न केवल रामेश्वरम के लोगों के लिए यातायात को आसान बनाएगा, बल्कि भारतीय रेलवे और जहाजरानी व्यवस्था के लिए भी एक बड़ा सुधार साबित हुआ।
PM मोदी ने किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक पुल का उद्घाटन किया। यह पुल भारत की इंजीनियरिंग क्षमता का प्रतीक बन गया और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
इस नए पुल के बनने से न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिला, बल्कि रामेश्वरम की अर्थव्यवस्था भी मजबूत हुई। यह ब्रिज आधुनिक भारत की प्रगति का एक और उदाहरण बन गया।
India's first vertical lift sea bridge is ready, PM Modi inaugurated it