राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में हिस्सा लिया
केवड़िया, गुजरात में स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में भाग लिया। प्रधानमंत्री ने एकता दिवस की शपथ भी दिलाई और एकता दिवस परेड का अवलोकन किया। इस विशेष दिन पर सरदार पटेल की योगदानों को सम्मानित किया जाता है और राष्ट्र की एकता को मजबूत करने का संकल्प लिया जाता है।
आज हमारे सामने एक ऐसा भारत है, जिसके पास दृष्टि भी है, दिशा भी है और दृढ़ता भी है। pic.twitter.com/Mqu1NISoPE
— Narendra Modi (@narendramodi) October 31, 2024
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “सरदार साहब के महान विचार… स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निकट ये कार्यक्रम… एकता नगर का ये दृश्य… यहां हुई अद्भुत प्रस्तुतियां… ये सब प्रेरणादायक हैं।” उन्होंने देशवासियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की बधाई देते हुए इसे 15 अगस्त और 26 जनवरी की तरह प्रेरणा का दिन बताया।
प्रधानमंत्री ने दीवाली के अवसर पर देश-विदेश में सभी भारतीयों को शुभकामनाएं दीं और इस बार राष्ट्रीय एकता दिवस और दीपावली के मेल को एक सुखद संयोग बताया। “दीपावली, देश को दीयों के माध्यम से जोड़ता है, और अब यह त्यौहार भारत को विश्व से जोड़ता है।”
सरदार पटेल की 150वीं जयंती का दो वर्ष का उत्सव
प्रधानमंत्री ने बताया कि आज से शुरू हो रहे सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष को अगले दो वर्षों तक देशभर में पर्व की तरह मनाया जाएगा। इस अवसर पर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पर्व हमें सिखाएगा कि असंभव को संभव बनाना भी हमारी सामर्थ्य में है।
ऐतिहासिक रायगढ़ किले का प्रतीक
प्रधानमंत्री ने छत्रपति शिवाजी महाराज के रायगढ़ किले का जिक्र करते हुए कहा कि यह किला राष्ट्र के प्रति निष्ठा और सामाजिक न्याय का प्रतीक रहा है। एकता नगर में रायगढ़ किले की झलक दिखाई देती है, और यही संकल्प हमें एक विकसित भारत के निर्माण की दिशा में प्रेरित करता है।
पिछले दस वर्षों में एकता और विकास
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में भारत में एकता को मजबूती देने में अनेक महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। उन्होंने इस दौरान “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के प्रति समर्पित अनेक सरकारी पहलों का उल्लेख किया। एकता नगर, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, राष्ट्रीय रेशन कार्ड, आधार कार्ड और अन्य एकीकृत प्रणाली के प्रयासों को सराहा। उन्होंने भारतीय भाषाओं को महत्व देने वाली नई शिक्षा नीति और दूर-दराज के क्षेत्रों तक कनेक्टिविटी परियोजनाओं का भी उल्लेख किया, जो पूरे भारत को एक मजबूत नेटवर्क में जोड़ते हैं।
अनुच्छेद 370 का निष्कासन और नई दिशा
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के हटने को एकता के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। उन्होंने कहा कि पहली बार जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने भारतीय संविधान के तहत शपथ ली और यह देश के एकीकरण के लिए एक मील का पत्थर है। उन्होंने नक्सलवाद के खिलाफ उपलब्धियों, पूर्वोत्तर के शांति समझौतों जैसे बोडो और ब्रू-रियांग समझौतों को भी साझा किया, जिन्होंने दशकों पुराने विवादों को समाप्त किया।
‘विविधता में एकता’ के आदर्श पर चलने की प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र की प्रगति में विविधता को एकता का आधार बताया। उन्होंने कहा, “भारत को विविधता का सम्मान कर, एकता को मजबूत करना चाहिए। अगले 25 वर्षों में हमें एकता के इस मंत्र को कभी कमजोर नहीं होने देना चाहिए। यह सामाजिक न्याय, आर्थिक विकास और रोजगार के लिए जरूरी है।” प्रधानमंत्री ने सभी नागरिकों से भारत की सामाजिक और आर्थिक एकता को मजबूत करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री ने सरदार पटेल के शब्दों को याद करते हुए कहा, “हमें याद रखना चाहिए कि भारत विविधताओं की भूमि है। केवल विविधता का उत्सव मनाकर ही एकता को मजबूती दी जा सकती है।” उन्होंने नागरिकों से एकता के मार्ग पर चलने और देश की प्रगति के लिए संकल्पित रहने का आग्रह किया।
Prime Minister Shri Narendra Modi pays tribute to Sardar Vallabhbhai Patel in Kevadiya, Gujarat