
नई दिल्ली/कोलकाता/रांची | 22 नवंबर 2025
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अवैध कोयला खनन और तस्करी के मामले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पश्चिम बंगाल और झारखंड में एक साथ 44 स्थानों पर छापेमारी की है। 21 नवंबर 2025 को की गई इस कार्रवाई में धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के तहत तलाशी ली गई।
इस दौरान केंद्रीय एजेंसी ने कोयला सिंडिकेट से जुड़े नकद और सोने-चांदी के जेवरात समेत कुल 14 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है।
छापेमारी के मुख्य बिंदु (Key Highlights)
- कार्रवाई की तारीख: 21 नवंबर 2025
- कुल ठिकाने: 44 (पश्चिम बंगाल और झारखंड में)
- कुल जब्ती: 14 करोड़ रुपये से अधिक (कैश और ज्वैलरी)
- दस्तावेज: जमीन के डीड, कोयला सिंडिकेट से जुड़े एग्रीमेंट और डिजिटल डिवाइस।
- आरोप: बड़े पैमाने पर अवैध खनन, कोयले की चोरी, परिवहन और बिक्री
ED की यह कार्रवाई अवैध कोयला खनन और उसकी तस्करी से जुड़े एक बड़े सिंडिकेट के खिलाफ है। जांच एजेंसी को खुफिया जानकारी मिली थी कि दोनों राज्यों में कोयले की चोरी, अवैध परिवहन, भंडारण और बिक्री का एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है।
इस नेटवर्क के तार कई प्रभावशाली लोगों और व्यापारियों से जुड़े होने का शक है। छापेमारी के दौरान जो दस्तावेज मिले हैं, वे इस सिंडिकेट की गहराई और इसमें शामिल काले धन के प्रवाह की ओर इशारा करते हैं।

भारी मात्रा में नकदी और सबूत बरामद
तलाशी अभियान के दौरान ED के अधिकारियों को:
- कैश और गोल्ड: 14 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी और आभूषण मिले हैं।
- संपत्ति के दस्तावेज: कोयला सिंडिकेट से जुड़े कई प्रॉपर्टी डीड्स और जमीन की खरीद-फरोख्त के एग्रीमेंट जब्त किए गए हैं।
- डिजिटल सबूत: मोबाइल फोन, हार्ड ड्राइव और कंप्यूटर सहित कई डिजिटल डिवाइस और खातों की किताबें (Books of Accounts) भी कब्जे में ली गई हैं।



