धनबाद की सुंदरता का केंद्र बिंदु यहॉ पर स्थित तोपचांची झील है । सूर्य की रोशनी में यहॉ की पहाडियों पर स्थित वनस्पति को प्र्तिबिम्बित करती यह झील पानी में जादूयी अहसास प्रस्तुत करती है ।तोपचांची झील एक विविधता का केंद्र है, जहां आपको विभिन्न प्रजातियों के पक्षी, कोहरे में छिपे पेड़-पौधों की सुंदरता और जलवायु की सौगात का अनुभव होता है।
यह जगह सारे मौसम सारे वर्ष में आनंद के लिए उपयुक्त रहता है। झील का नाम “तोपचांची ” स्थानीय बोलचाल की भाषा से लिया गया है, जिसका मतलब होता है “ताजगी से भरा हुआ”।
तोपचांची झील की खूबसूरती देखते ही बनती है। जिले में इसीलिये इसे धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है। चारों ओर पहाड़ों से घिरा नैसर्गिक झील को देखने दूर-दूर से लोग आते हैं। खासकर नववर्ष पर तो यह संख्या काफी बढ़ जाती है।
बंगाल, बिहार तथा झारखंड के विभिन्न जगहों से रोजाना सैकड़ों की संख्या में पर्यटक झील पहुंच रहे हैं। झील की सुंदरता का कायल केवल पर्यटक ही नहीं, बल्कि विदेशी पक्षी भी है, जो इस वर्ष समय से पहले ही झील में पहुंचकर अपना डेरा जमा चुका है। झील में कलरव करते साइबेरियन पक्षी को देखकर मन आनंदित हो उठता है।
नैसर्गिक सुंदरता से अभिभूत होकर कई फिल्म निर्देशकों ने यहां पर अपनी फिल्मों की शूटिग की है।बंगला फिल्म के सुपरस्टार उत्तम कुमार के कई फिल्मों की शूटिग यहां पर हो चुकी है।
झारखंड के स्थानीय कलाकारों के खोरठा तथा नागपुरी गानों की भी शूटिग का मुख्य स्थल तोपचांची झील में हमेशा रहता है।
वर्ष 1966 में हिदी फिल्म के स्टार कलाकार धर्मेंद्र, राजश्री तथा महमूद की फिल्म मोहब्बत एक जिदगी है के कई दृश्यों का फिल्मांकन यहां किया गया था।
तोपचांची झील नेशनल हाइवे ग्रैंड ट्रक से बिल्कुल सटा हुआ है, धनबाद से इसकी दूरी महज 35 किलोमीटर है। धनबाद से सड़क मार्ग से पर्यटक यहां आराम से पहुंच सकते हैं, वहीं रेल मार्ग से आनेवाले पर्यटकों को गोमो स्टेशन उतरना पड़ेगा। वहां से टेंपो के माध्यम से पर्यटक आठ किलोमीटर की दूरी तय कर यहां पहुंच सकते हैं।