प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी कल मंगलवार 20 फरवरी २०२४ को चेनाब ब्रिज देश को समर्पित करेंगे।इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले इलेक्ट्रिक ट्रेन को भी द्वारका से प्रारंभ करने का आदान-प्रदान किया जाएगा।
चेनाब ब्रिज, जिसे भारत सरकार ने कई वर्षों के कड़ी मेहनत और योजना के बाद बनाया है, एक आद्वितीय रेलवे पुल है जो जम्मू-कश्मीर के रेलवे परियोजना का हिस्सा है। इस पुल की विशेषता यह है कि यह भारतीय रेलवे का सबसे उच्च रेलवे पुल है और इसका निर्माण कठिनाईयों भरा रहा है।
भारत के सारे क्षेत्रों को जोड़ने में रेलवे पुलों का महत्वपूर्ण स्थान है। ये पुल न केवल दूरीयों को कम करने में मदद करते हैं बल्कि उद्यम, व्यापार, और परिवहन को भी बढ़ावा देते हैं। इन पुलों में से एक अद्वितीय रूप से उभर रहा है, जिसका नाम है “चेनाब ब्रिज”।
चेनाब ब्रिज का निर्माण एक अद्वितीय इंजीनियरिंग उपलब्धि है, जिसमें बहादुरी और विज्ञान का मिलन है। इस पुल की ऊचाई ३५३
मीटर है कि यह शायद आसमान को छूने वाला होने का आभास कराता है। इसका निर्माण करने में संलग्न लोगों की मेहनत और समर्पण को सलाम है।
इस पुल का नाम चेनाब है, जो कि रेलवे इंजीनियरिंग की एक नई किरण को दर्शाता है। यह ब्रिज न केवल सुंदर है बल्कि इसकी व्यवस्था भी बेहद विशेष है, जिससे यात्रा का समय कम होगा और लोगों को सुरक्षित रूप से यात्रा करने का अवसर मिलेगा।
इस पल पर हम भारतीयों को गर्व है कि हमारा देश ऐसे अद्वितीय और महत्वपूर्ण रेलवे परियोजनाओं में सकारात्मक कदम बढ़ा रहा है। इस पुल और पहले इलेक्ट्रिक ट्रेन का प्रारंभ हमारे सुरक्षित और विकसित भविष्य की ओर एक कदम है।